GaadiWaadi.com Founder Gaurav Yadav : ₹5,500 सैलरी से ₹15 लाख/महीना तक की कहानी

भारत में बहुत कम ऐसी कहानियाँ होती हैं जो आपको वाकई अंदर से हिला दें। ये कहानी है गौरव यादव की, जिन्होंने ₹5,500 की सेल्स जॉब से शुरुआत की और आज एक ऐसा ऑटो ब्लॉग चला रहे हैं — GaadiWaadi.com, जिसकी हर महीने की कमाई ₹15 लाख से भी ज़्यादा है।

और ये सब बिना किसी फंडिंग, बिना टीम और बिना वायरल वीडियोस के।

🔹 शुरुआत – जब ना स्किल थी, ना पैसा

2010 में गौरव यादव Maruti और Skoda डीलरशिप में गाड़ियां बेचते थे। सैलरी थी ₹5,500। लेकिन गाड़ियों का शौक बचपन से था।
जब उन्होंने देखा कि इंटरनेट पर गाड़ियों के बारे में सही जानकारी नहीं मिलती, तो दिमाग में ख्याल आया:

“जब मुझे खुद ज्यादा पता है, तो मैं ही क्यों न लिखूं?”

🔹 पहली वेबसाइट – माँ का आशीर्वाद और ₹500 की शुरुआत

उन्होंने बिना किसी कोर्स के खुद ही Google पर सर्च करना शुरू किया – “blog kaise banaye?”

मिला Google Blogger, जो कि एक फ्री प्लेटफॉर्म था।

डोमेन खरीदने के पैसे नहीं थे, तो उन्होंने अपनी माँ के SBI अकाउंट से ₹500 देकर डोमेन खरीदा।
वही छोटा कदम, आज बना है करोड़ों का डिजिटल ब्रांड – GaadiWaadi.com

🔹 WordPress और AdSense का पहला पैसा

2015 में WordPress पर माइग्रेट किया, और उसी साल मिला AdSense अप्रूवल।

2016 में पहला पेमेंट आया ₹18,000 — और यहीं से उन्होंने सेल्स की जॉब को अलविदा कह दिया।

“जो मैं नौकरी में 6 महीने में कमाता था, वो अब एक महीने में ब्लॉग से आने लगा था।”

🔹 क्या खास है GaadiWaadi.com में?

  • बिना SEO ट्रिक्स, सिर्फ यूज़र की ज़रूरत पर ध्यान


  • रोजाना 10–12 High Quality Articles


  • India का पहला ब्लॉग जिसने EV Range Test, Mileage Test, Variant Comparison शुरू किया


  • Honest Reviews, Exclusive Spy Shots, Real Launch News


🔹 छोटी टीम, बड़ा इम्पैक्ट

GaadiWaadi की कोर टीम में सिर्फ 3 लोग हैं।
राइटिंग, रिसर्च, पब्लिशिंग सबकुछ यही टीम करती है।

“तीन लोग अगर मेहनत करें, तो 30 लोगों से ज़्यादा डिलीवर कर सकते हैं।”

🔹 Blogging से आया पैसा कहां गया?

जब कमाई शुरू हुई, तो गौरव ने भी एक गलती की — शेयर बाजार में पैसा लगाना। बिना नॉलेज के ट्रेडिंग की और नुकसान हुआ।

“जब मेंटली थक गया, तब समझ आया कि ये मेरा खेल नहीं है।”

उन्होंने Digital Income को इंवेस्ट किया:

  • 11 एकड़ का फार्म


  • Construction & Rental Property


  • 5000+ पेड़ लगाए – पर्यावरण और संपत्ति दोनों का ध्यान रखा


🔹 BMW XM – सपनों की कार, दोस्ती की मिसाल

BMW XM उन्होंने सिर्फ इसलिए खरीदी क्योंकि उनके पुराने दोस्त प्रवेश, जिन्होंने उनके साथ सेल्स की जॉब की थी, अब BMW डीलरशिप में थे।

“मैं उनका पहला कस्टमर बनना चाहता था – बगैर डिस्कशन, बगैर टेस्ट ड्राइव। दोस्ती निभानी थी।”

🔹 कार कलेक्शन – एक ब्लॉगर का सपना

  • BMW XM

  • Kia EV6

  • Toyota Fortuner, Scorpio N

  • 2 ट्रैक्टर

  • ATV (Farming Use के लिए)


🔹 YouTube, Instagram और Personal Branding

गौरव ने केवल ब्लॉग तक सीमित नहीं रखा:

  • Instagram पर “Haryana_Gaurav” और “Gaadiwaadi” – 11.5 लाख+ फॉलोअर्स

  • YouTube – 1 मिलियन+ सब्सक्राइबर्स

  • रेंज टेस्ट, माइलेज टेस्ट, वेरिएंट्स का Compare – इंडिया में सबसे पहले किया

🔹 Daily Workflow: एक Blogger का Typical दिन

  1. सुबह 8 बजे तक Team Sync Call


  2. ट्रेंडिंग टॉपिक्स पर रिसर्च


  3. दोपहर तक Content Draft


  4. Post Scheduling और Review


  5. शाम को YouTube या Social Content


  6. Weekend पर वीडियो शूट्स या टेस्ट ड्राइव


“System बना लो, तो कंटेंट आना बंद नहीं होगा।”


🔹 2025 में Blogging के मौके और चैलेंज

Opportunities:

  • हिंदी और रीजनल लैंग्वेज ब्लॉग्स का स्कोप बहुत बड़ा है


  • EV, Finance, Travel जैसे निचेस तेजी से बढ़ रहे हैं


  • Google Discover, Newsfeed, Shorts से referral traffic का फायदा


Challenges:

  • AI-generated content का flood


  • Low-quality साइट्स से competition


  • Frequent Google Updates


लेकिन गौरव कहते हैं:

“अगर आप real यूज़र्स के लिए लिख रहे हैं, तो Google कभी आपको नहीं गिराएगा।”


🔹 Passive Income Model from Blogging

  1. AdSense / Programmatic Ads – Fixed monthly revenue


  2. Brand Collabs – YouTube + Blog combined deals


  3. Affiliate Marketing – कार के accessories या insurance से


  4. Email List & Retargeting – future digital products के लिए base तैयार


🎙️ Podcast Q&A – गौरव यादव से सीधा और सम्मानजनक बातचीत

Satish: गौरव भैया, अगर आप शुरुआत की बात करें तो वो फेज कैसा था? आपकी पहली जॉब क्या रही थी और कितनी सैलरी मिलती थी?

Gaurav: मैंने 2010 में सेल्स की जॉब शुरू की थी, Maruti और Skoda की डीलरशिप पर। उस वक्त सैलरी थी ₹5,500 — लेकिन गाड़ियों से प्यार वहीं से शुरू हुआ।

Satish: जब आपने GaadiWaadi शुरू किया, तो उस समय क्या आपके पास resources थे? या कहें तो शुरुआती सफर कैसा रहा?

Gaurav: कुछ खास नहीं था भाई। Internet भी उस समय काफी महंगा था – ₹250/GB का data आता था।
Google Blogger से स्टार्ट किया और माँ के SBI अकाउंट से ₹500 देकर डोमेन लिया। वहीं से शुरुआत हुई।

Satish: बहुत बढ़िया! और फिर AdSense का पहला पेमेंट कब आया था? उस अनुभव के बारे में बताइए।

Gaurav: 2016 में पहला पेमेंट आया था ₹18,000 का। उस दिन लगा कि अब यही करना है — ब्लॉगिंग को फुल टाइम देना है।

Satish: जब आप GaadiWaadi पर काम कर रहे थे, तो आपको किस बात ने बाकी blogs से अलग किया?

Gaurav: हमने कभी सिर्फ SEO के लिए नहीं लिखा।
जो भी यूज़र जानना चाहता था, वही पूरी जानकारी देने की कोशिश की — वेरिएंट्स, माइलेज, फीचर्स, सब कुछ। Google ने बाकी अपने आप संभाल लिया।

Satish: आपकी टीम आज कितनी बड़ी है? और कैसे मैनेज करते हैं इतनी सारी responsibilities?

Gaurav: हमारी कोर टीम में सिर्फ 3 लोग हैं। कुछ freelancer जुड़ते हैं ज़रूरत पड़ने पर।
लेकिन काम का सिस्टम ऐसा सेट है कि रोज़ 10–12 आर्टिकल आराम से निकल जाते हैं।

Satish: भैया, BMW XM की जो कहानी आपने शेयर की थी, वो बड़ी दिलचस्प थी। क्या थोड़ा हमारे दर्शकों को भी बताना चाहेंगे?

Gaurav: हाँ बिल्कुल! एक दोस्त जो पहले मेरे साथ जॉब करता था, उसने BMW डीलरशिप जॉइन की।
मैंने कहा – भाई, तेरा पहला कस्टमर मैं ही बनूंगा। बिना कोई सवाल पूछे, booking कर दी।

Satish: आपने एक बार शेयर मार्केट में भी पैसा इन्वेस्ट किया था, उस एक्सपीरियंस के बारे में कुछ बताना चाहेंगे?

Gaurav: हाँ, और उसका नतीजा नुकसान ही हुआ।
फिर समझ आया कि हर फील्ड में कूदना ठीक नहीं। अब मैं ज़्यादातर फार्मिंग, प्रॉपर्टी और digital assets में इन्वेस्ट करता हूँ।

Satish: आपने जो फार्म बनाया है, और जो पेड़ लगाए हैं – वो भी काफी inspiring है। उस बारे में कुछ बताएं?

Gaurav: फार्म है 11 एकड़ का। अब तक 5000 से ज़्यादा पेड़ लगाए हैं।
डिजिटल की कमाई को असली ज़मीन में बदलना मेरा पहला goal था – और वो आज सुकून देता है।

Satish: आजकल AI और ChatGPT जैसे tools आ गए हैं। आपको क्या लगता है — क्या Blogging का future secure है?

Gaurav: बिल्कुल! Blogging कभी मरेगी नहीं। लोग authentic जानकारी हमेशा चाहेंगे।
AI informative हो सकता है, पर भरोसा इंसानी शब्दों में होता है।

Satish: जो युवा आज blogging शुरू करना चाहते हैं, उन्हें आप क्या सलाह देना चाहेंगे?

Gaurav: सबसे पहले – patience रखो। तीन साल का वक्त दो।
दूसरा – खुद सीखो, copy मत करो। SEO, WordPress, Writing – सब में basic knowledge रखो।
Consistency और honesty बहुत ज़रूरी है।

🎯 Satish: भैया, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद कि आपने इतने दिल से सब बातें शेयर कीं। सच में आज की बातचीत से हम सबको बहुत कुछ सीखने को मिला।

Gaurav: Thank you, भाई! जब सामने वाला ईमानदारी से सवाल करता है, तो जवाब भी दिल से ही निकलते हैं।

 

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